May 19, 2024

CG : खरसिया में राहुल की खरी-खरी, बोले- नंदकुमार पटेल के हत्यारों को पकड़ के एक दिन आपके सामने लाऊंगा

रायगढ़। राहुल गांधी ने आज खरसिया में जनसभा को संबोधित किया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, आदिवासियों के लिए कितना पैसा आएगा, शिक्षा पर कितना खर्च होगा, सेना को कितना दिया जाएगा, पीने के पानी पर कितना खर्च किया जाएगा, यह पीएम नरेंद्र मोदी और 90 अन्य लोग तय करते हैं, मैं पूछता हूं इन 90 लोगों में से कितने लोग ओबीसी, दलित और आदिवासी समुदाय से हैं? राहुल ने कहा मैं नंदकुमार पटेल के हत्यारों को पकड़ के एक दिन आपके सामने लाऊंगा। क्योंकि उनके साथ अन्याय हुआ।

जहाज में घूमते हो करोड़ों का सूट पहने हो
राहुल गांधी ने कहा मोदी जी कहते हैं हिंदुस्तान में कोई जाति नहीं सिर्फ गरीब हैं। अगर सिर्फ गरीब हैं तो आप अपने आप को ओबीसी क्यों कहते हो। आपने ओबीसी का नाम प्रयोग कर बहुत फायदा उठाया। आप हवाई जहाज में घूमते हो करोड़ों का सूट पहने हो और आप कहते हो हिंदुस्तान में कोई जाति नहीं।

मोदी ने ओबीसी शब्द का प्रयोग किया
जब एमपी में आपके लोग पेशाब करते हैं। जब दलित बच्चे को मारा जाता है। आज उसका नाम दलित नहीं रहा। आप ओबीसी दलित आदिवासी की बात करते हो फिर कहते हो जाति नहीं। आप जाति जनगणना के बारे में देश को बता दीजिए, मोदी ने ओबीसी शब्द का प्रयोग किया। पीएम बने, चौबीस घंटे कहे कि मैं ओबीसी हूं। लेकिन जब obc की मदद का समय आया। जातिगत जनगणना का समय आया तो वो कहते हैं हिंदुस्तान में जाति नहीं है।

नब्बे अफसरों में ओबीसी अफसर कितने
राहुल ने कहा हिंदुस्तान को एमपी नहीं पीएम मोदी नब्बे अफसरों के साथ मिलकर चलाते हैं। आईएएस आईएफएस चलाते हैं। मैंने पूछा मोदी जी से। नब्बे अफसरों में ओबीसी अफसर कितने हैं । मोदी उस दिन से ओबीसी शब्द का उपयोग भूल गए। कितने शर्म की बात है। गरीबों की क्या जाति है। आप देश को बताओ जाति जनगणना कब करने जा रहे हो। पीएम करोड़ो का सूट पहनते हैं पिछले दस साल में मोदी ने एक कपड़ा दो बार पहन लिया हो मुझे बता दो। मोदी और नब्बे लोग इस देश को चलाते हैं बजट का हर एक पैसा ये ९० लोग डिसाइड करते हैं। आदिवासियों को गरीबों को पीने के पानी के लिए कितना पैसा जायेगा ये 90 लोग तय करते हैं । जब मैने पूछा की 90 में कितने ओबीसी तो चुप।

अगर हिंदुस्तान के बजट में 100 प्रतिशत पैसे खर्च किए जाते हैं तो 100 में से 05 प्रतिशत का निर्णय ओबीसी अफसर तय करते हैं। ओबीसी की आबादी अगर 50 प्रतिशत से कम नहीं तो उनकी हिस्सेदारी 5 प्रतिशत क्यों। आदिवासियों की आबादी 12 परसेंट है। 90 अफसरों में से 3 आदिवासी अफसर हिंदुस्तान के बजट का 10 पैसे का निर्णय लेते हैं। सौ रुपए में से दस पैसे यानी 0.1 प्रतिशत और ये कहते हैं की देश में सिर्फ गरीब है कोई जाति नहीं।

मुख्य खबरे

error: Content is protected !!