May 5, 2024

CG – VIDEO : कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में दिखा दुर्लभ ‘माउस डियर’, हिरण प्रजाति में होता है सबसे छोटा

बस्तर। छत्तीसगढ़ में बस्तर स्थित विख्यात कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में माउस डियर (mouse deer) की तस्वीर ट्रेप कैमरे में कैद हुई है. उद्यान में दिखे दुर्लभ ‘माउस डियर’ हिरण प्रजाति में सबसे छोटा होता है. हाल ही में वहां राष्ट्रीय उद्यान में संकटापन्न जंगली भेड़ियों की वापसी के साथ-साथ इससे लगे गांवों तक प्रदेश की राजकीय पक्षी ‘पहाड़ी मैना’ की भी मीठी बोली गूंजने लगी है.

भारत में पाए जाने वाले हिरणों की 12 प्रजातियों में से माउस डियर विश्व में सबसे छोटे हिरण (deer) समूह में से एक है. भारतीय माउस डियर का रहवास विषेश रूप से घने झाड़ियों व नमी वाले जंगलों में पाए जाते है. यह बहुत सरमिले प्रजाति होते है यही वजह है कि जिल्दी दिखाई नही देते. माउस डियर में चूहे- सुअर और हिरण के रूप का आकार और मिश्रण दिखाई देता है. बिना सींग वाले हिरण का एकमात्र समूह है माउस डियर के शर्मीले व्यवहार और रात्रिकालीन गतिविधि के कारण इनमें विशेष रिसर्च नहीं हो पाई है. मुख्य रूप से दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के उष्णकटिबंधीय नम पर्णपाती वनों में माउस डियर की उपस्थिति दर्ज हुई है. वनों में लगने वाली आग, बढ़ते हुए अतिक्रमण और शिकार के दबाव से भारतीय माउस डियर की आबादी को गंभीर खतरे का सामना करना पड़ रहा है.

कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के संचालक धम्मशील गणवीर ने बताया कि कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में ऐसे वन्यजीव के लिए उपयुक्त रहवास होने से और राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन से वन्य जीवों के संरक्षण के लिए वे लगातार चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के प्रयास और स्थानीय लोगों के सहभागिता से माउस डियर जैसे दुर्लभ प्रजातियों की वापसी देखी जाने जा रही है. ट्रेप कैमरे के जरिये इसे आईडेंटिफाई किया जाएगा कि कितनी संख्या में माउस डियर इस जंगल मे मौजूद है. अलग-अलग कैमरे में माउस डियर की उर्जाती कैद हुई है.

देखिये माउस डियर का वीडियो-

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