April 29, 2024

नए संसद भवन में बदल जाएगी कर्मचारियों की ड्रेस, महिलाएं पहनेंगी नई डिजाइन की साड़ी और पुरुषों के लिए हुआ ये बदलाव

नई दिल्ली। नए संसद भवन को लेकर सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर मिली है। मिली जानकारी के मुताबिक, संसद भवन के कर्मचारियों की ड्रेस बदल जाएगी और अब वह नई ड्रेस में दिखाई देंगे। ये ड्रेसें भारतीयता से प्रेरित होंगी। संसद भवन के मार्शल अब सफारी सूट की जगह क्रीम कलर का कुर्ता और पैजामा पहनेंगे। वहीं PDG की ड्रेस भी बदली जाएगी। सभी महिला कर्मचारी नए डिजाइन की साड़ियां पहनेंगी।

19 सितंबर को नए संसद भवन में विशेष सत्र शुरू होगा. वैसे तो सत्र की शुरुआत 18 सितंबर को पुराने संसद भवन से हो जाएगी लेकिन 19 तारीख को गणेश चतुर्थी के शुभ मौके पर सत्र नए संसद भवन में शिफ्ट होगा और दूसरी बड़ी बात ये है कि नए संसद भवन में स्टाफ के लिए नई नई ड्रेस भी आ चुकी है.

जो नए कपड़े संसद भवन के स्टाफ के लिए आए हैं उनमें कमल के फूल वाली शर्ट है. इस शर्ट के साथ खाकी पैंट है जो संसद के स्टाफ के लिए मंगवाई गई है. इसके अलावा इस शर्ट और पैंट के लिए मरून जैकेट का कॉम्बिनेशन भी रखा गया है. संसद भवन के स्टाफ की नई ड्रेस में इस बार मणिपुरी पगड़ी को भी शामिल किया गया है. इसके अलावा मिलिट्री के जैसी कैमोफ्लेज ड्रेस भी स्टाफ के नए कपड़ों में है.

सचिवालय के कर्मचारी पहले बंद गले का सूट पहनते थे. लेकिन अब उन्हें कमल के फूल वाली शर्ट, खाकी पैंट और नेहरू जैकेट दी जाएगी. ये ड्रेस टेबल ऑफिस, संसदीय रिपोर्टिंग टीम और नोटिस ऑफिस के कर्मचारी पहनेंगे. इसी तरह संसद भवन के सुरक्षा कर्मचारियों की वेशभूषा भी बदल जाएगी. अभी तक ये सुरक्षाकर्मी सफारी सूट पहनते थे लेकिन अब इन्हें मिलिट्री की तरह कैमोफ्लेज ड्रेस दी जाएगी और इस ड्रेस के भी दो अलग अलग शेड हैं.

दोनों सदनों के मार्शल की पोशाक भी बदली जा रही है. पहले इन मार्शल के सिर पर कलगी वाली पगड़ी होती थी लेकिन अब ये मार्शल मणिपुरी पगड़ी पहनेंगे. इसी तरह संसद भवन की महिला कर्मचारियों के ड्रेस और साड़ी में भी बदलाव किया गया है. खास बात ये है कि इस ड्रेस को अलग अलग मौसम के हिसाब से बनवाया गया है. मतलब गर्मी के लिए अलग ड्रेस होगी और सर्दी में इसमें कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे.

राजनीतिक बवाल भी शुरू
लेकिन इस बदलाव पर राजनीतिक बवाल भी शुरू हो चुका है. स्टाफ की शर्ट पर कमल का जो प्रिंट है और उसे लेकर सियासी दंगल छिड़ गया है. क्योंकि कमल बीजेपी का चुनाव चिन्ह भी है. इसीलिए कांग्रेस ने इस पर सवाल पूछ लिया है. कांग्रेस का सवाल है कि संसद के स्टाफ की शर्ट पर कमल का फूल क्यों है. राष्ट्रीय पशु बाघ या फिर राष्ट्रीय पक्षी मोर की तस्वीर क्यों नहीं है. जवाब में बीजेपी का कहना है कि संसद भवन के स्टाफ का ड्रेस कोड सदन के स्पीकर का विशेषाधिकार है.

इससे पहले भी राज्यसभा में मार्शल के ड्रेस में बदलाव किया गया था जिस पर विवाद हो गया था. साल 2019 में राज्यसभा के मार्शल्स को जो ड्रेस दिया गया था उस पर कई सैन्य अफसरों और नेताओं ने आपत्ति जताई थी. उनका कहना था कि ये ड्रेस आर्मी की ब्रिगेडियर रैंक और उससे ऊपर की वर्दी से मिलती-जुलती है. डार्क ब्लू कलर की ड्रेस में राज्यसभा के मार्शल को नीले रंग की एक कैप भी दी गई थी. जबकि पुरानी ड्रेस का कलर क्रीम था और मार्शल पारंपरिक पगड़ी पहनते थे लेकिन जब मार्शल की इस पोशाक पर विवाद शुरू हुआ. लोगों ने विरोध दर्ज कराया तो इस पर दोबारा विचार करने को कहा गया और बाद में इसे बदल भी दिया गया था.

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