महिला आरक्षण पर उमा भारती का बड़ा बयान, बोलीं- बिना OBC को शामिल किए ये बिल अधूरा, पीएम मोदी को लिखा पत्र
भोपाल। मध्यप्रदेश से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर सामने आई है। संसद में पास महिला आरक्षण बिल पर पूर्व सीएम एवं बीजेपी नेत्री उमा भारती ने विरोध किया है। उन्होंने इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पीएम मोदी को लिखे पत्र में उन्होंने महिला आरक्षण बिल पर ओबीसी आरक्षण की मांग रखी।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने मंगलवार को लोक सभा में महिला आरक्षण बिल पेश किया. इस बिल को लेकर मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बीजेपी नेता उमा भारती ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इसे बिना OBC आरक्षण के अधूरा बताया है. वहीं, उन्होंने कहा कि ये बिल 1996 में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने पेश किया था. वह भी उस वक्त उनके साथ खड़ी हो गई थीं.
उमा भारती का कहना है कि OBC महिला के लिए प्रावधान नहीं होने के कारण बिल को वापस लेने की मैंने बात कही थी. उस वक्त सदन दो धड़ों में बट गया था. देश में सर्वाधिक पिछड़ी जाति होने के बाद भी ओबीसी के लिए जगह नहीं थी. अटल जी और आडवाणी जी ने मेरा हमेशा साथ दिया. उन्होंने अटल जी को बोला था कि OBC वर्ग का प्रावधान नहीं हुआ तो वह विरोध में उतरेंगी. उन्हें इसके लिए अपराधी माना गया.
बीजेपी नेता का कहना है कि OBC महिला का प्रावधान इस बिल में नहीं हुआ, तो ये अधूरा रहेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी OBC से आते हैं. मध्य प्रदेश में इसके लिए अभियान चलेगा. बिल में OBC महिला के लिए 50 फीसदी प्रावधान होना चाहिए. पिछड़ी जाति के लोग हिन्दू विरोधी ताकतों के साथ जा रहे हैं. मुझे खुशी है महिलाओं के लिए बिल आया, लेकिन दुख है कि पिछड़ा वर्ग की महिला के लिए 50 फीसदी प्रवधान नहीं है.
उमा भारती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि महिला आरक्षण कानून में OBC महिलाओं को 50 फीसदी प्रावधान दिया जाए. वह देश में ऐसा माहौल बनाएंगी कि उनकी बात प्रधानमंत्री जी तक जाए. वह इसको लेकर देश में सकारात्मकता के साथ बात रखेंगी.