April 20, 2024

ऑनलाइन ठगी गिरोह के 2 सदस्यों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

रायपुर| बेमेतरा में ऑनलाइन ठगी गिरोह के 2 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी साइबर क्राइम के जरिए करोड़ों रुपए की ठगी अब तक कर चुके हैं। आरोपियों के पास से 44 एटीएम कार्ड, 14 मोबाइल सिम, 7 मोबाइल, पैन कार्ड, आधार कार्ड, इंडिया पोस्ट पेमेंट कार्ड, पास बुक और नकद बरामद किया गया है।

नवागढ़ थाना इलाके के अंतर्गत ग्राम गनिया की रहने वाली नीरा ध्रुव के मोबाइल पर अज्ञात लोगों ने संपर्क किया और उसे 25 लाख रुपए की लॉटरी लगने का झांसा दिया। प्रोसेसिंग के नाम पर ठगों ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के खाता क्रमांक 38702783389 और 33159673233 में कुल 48 हजार 100 रुपए जमा कराए। इसके बाद महिला का फोन उठाना आरोपियों ने बंद कर दिया। जैसे ही पीड़िता को खुद के ठगे जाने का अहसास हुआ, उसने 31 जुलाई 2021 को नवागढ़ थाने में आवेदन दिया। जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। जिन खातों में पैसे जमा कराए गए थे, उन दोनों की जांच की गई और खाताधारकों की जानकारी निकाली गई। खाता क्रमांक 38702783389 ओमप्रकाश यादव पिता बद्रीप्रसाद, साकिन करौंदिया, पोस्ट उमरिया, मध्यप्रदेश के नाम पाया गया, तो वहीं खाता क्रमांक 33159673233 करतार सिंह अरोरा, आसनसोल, पश्चिम बंगाल के नाम से पंजीबद्ध होना पाया गया। आरोपियों से संबंधित खाते को तत्काल होल्ड करवाया गया था।

जुलाई 2021 के दौरान नवागढ़ में रहने वाली पीड़िता से संपर्क कर उससे ठगी करते हुए अलग-अलग खातों में पैसे ट्रांसफर कराए गए, इनमें से एक खाता ओमप्रकाश यादव का भी था। आरोपी आकाश कुमार उर्फ जय गुप्ता पिछले 2 सालों से ठगी के काम में लिप्त था। आरोपी आकाश कुमार उर्फ जय गुप्ता से 7 मोबाइल (एक आईफोन 13 मिनी, एक रियलमी कंपनी का मोबाइल, एक रेडमी कंपनी का मोबाइल, 02 एमआई कंपनी के मोबाइल, 02 नोकिया कंपनी के की-पैड मोबाइल) विभिन्न बैंकों के 44 डेबिट कार्ड, एक पैन कार्ड आकाश कुमार के नाम का, एक इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक कार्ड, दो पासबुक, आधार कार्ड आकाश कुमार के नाम का, विभिन्न सर्विस प्रोवाइडर से संबंधित मोबाइल सिम कार्ड कुल 14 और ठगी की बचत रकम 10,600 रुपए को जब्त किया गया। घटना से संबंधित खाता क्रमांक 8702783389 के धारक ओमप्रकाश यादव के अकाउंट स्टेटमेंट की जांच पर बहुत अधिक संख्या में रकम का ट्रांजेक्शन होना पाया गया, जो बताता है कि वो भी ठगी की वारदातों में बराबर का भागीदार था। पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने के आरोप में ओमप्रकाश यादव और जय गुप्ता दोनों को गिरफ्तार कर लिया। भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 34, 66 डी आईटी एक्ट के तहत दोनों पर कार्रवाई की जा रही है।

पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश और बिहार भेजी गई टीम :- आरोपियों की तलाश के लिए राज्य के बाहर टीम भेजी गई थी, जिसमें से एक टीम पश्चिम बंगाल गई थी। इस टीम ने वहां मिली जानकारी के आधार पर 4 अगस्त को खाताधारक ओमप्रकाश यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में उसने अपने दोस्त जय गुप्ता (वर्तमान निवास भोपाल) द्वारा कॉलेज की फीस अकाउंट में आने का बताकर ट्रांजैक्शन करवाया। ओमप्रकाश यादव ने बताया कि जय गुप्ता उर्फ आकाश कुमार वर्तमान में भोपाल में रहता है और बिहार का मूल निवासी है। आरोपी साकिन पिपरा, थाना मांझागढ़, गोपालगंज बिहार का रहने वाला है। ओमप्रकाश ने आरोपी जय के कुछ दिन में बिहार चले जाने के संबंध में जानकारी दी। तब वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी देकर आरोपी की तलाश में तुरंत टीम को वहां रवाना किया गया और जय गुप्ता उर्फ आकाश कुमार को गिरफ्तार कर थाना नवागढ़ लाया गया। उसने पूछताछ में बताया कि वो बिहार में ऑनलाइन ठग गिरोह के संपर्क में आया था। वो वहीं से ये सब सीखा और फिर भोपाल आ गया। 2020-21 के दौरान भोपाल के मोहिनी विहार 232 में वो किराए के मकान में रहने लगा।

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