COVID-19 : कोरबा के युवा ने सरकार को लिखा खत – ‘कोरोना वैक्सीन के एक्सपेरिमेंट के लिए ले लें मेरा शरीर’
कोरबा। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोरबा (Korba) जिले के एक युवा ने कोरोना वैक्सीन (corona vaccine) के एक्सपेरिमेंट के लिए खुद का शरीर दान देने की घोषणा की है। कोरबा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के पूर्व संयोजक बद्री अग्रवाल ने कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन और दवा का परीक्षण के लिए शरीर का दान करने पत्र कलेक्टर के नाम अपर कलेक्टर संजय अग्रवाल सौंपा है। साथ ही इसकी जानकारी ट्विटर और ई-मेल के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव सहित पीएमओ व सीएमओ को भी दी है।
एबीवीपी के पूर्व संयोजक, पंडित रविशंकर शुक्ल नगर निवासी बद्री अग्रवाल ने पत्र में लिखा है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से आज विश्व के कई देशों के साथ भारत, छत्तीसगढ़ और कोरबा जिला भी जूझ रहा है। जिला रेड जोन से ऑरेंज जोन में है. विश्व में हर दिन हजारों की संख्या में लोगों की आकस्मिक मृत्यु हो रही है। ऐसी परिस्थिति में कोरोना वायरस से बचाव के लिए बनाई गई, वैक्सीन, दवाइयों का प्रयोग के लिए देश और प्रदेश के चिकित्सकों को मानव शरीर की आवश्यकता हो जिस पर दवा या वैक्सीन का प्रयोग करना चाहते हैं तो मैं इस प्रयोग के लिए अपने शरीर का दान देने के लिए पूर्णरूप से तैयार हूं।
बद्री ने कलेक्टर को सौंपे पत्र में लिखा- मेरा नश्वर शरीर देश के लिए काम आता है तो सौभाग्यशाली समझूंगा कि मैं जन्मभूमि भारत माता के लिए कुछ किया है। वैक्सीन का प्रयोग सफल रहा तो चिकित्सक भारत के साथ विश्व के करोड़ों लोगों की जीवन रक्षा कर सकते हैं। मैं मानवहित व समाजहित में अपने शरीर पर वैक्सीन के परीक्षण करने के लिए सहमति प्रदान करता हूं। अगर इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी स्वयं मेरी होगी। इसके लिए मुझे व मेरे परिवार को आर्थिक सहयोग की आवश्यकता नहीं है।