April 29, 2024

अजबनगर में गजब की चेतावनी-आगे लवर्स प्वाइंट नहीं, है गहरा जलाशय

सूरजपुर छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में अंबिकापुर-मनेंद्रगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक अनूठा बोर्ड लगा है। जिसमें लिखा है- सावधान! इधर लवर्स पाइंट नहीं है। सरगुजा और सूरजपुर जिले में यह चर्चा का विषय बना हुआ है। आगे लिखा है- पकड़े जाने पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। वन्य पशु विचरण क्षेत्र है और गहरा जलाशय है। इस बोर्ड में सरगुजा जिले की सीमा से लगे सूरजपुर जिले के ग्राम पंचायत अजबनगर और रविंद्रनगर के सरपंचों का मोबाइल नंबर भी अंकित है। आखिरकार इस बोर्ड को लगाने की जरूरत क्यों पड़ी? इसकी पड़ताल करने के लिए अजबनगर के सरपंच से चर्चा की गई। तब पता चला कि अंबिकापुर शहर व आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों की वजह से यहां माहौल खराब हो रहा था। 


प्रेमी युगल यहां अक्सर पहुंच रहे थे। असामाजिक और आपराधिक घटनाएं हो रही थी। इसी वजह से पुलिस के साथ समन्वय बनाकर पंचायत को यह पहल करनी पड़ी। जिससे इस पर विराम लगाया जा सके।पिलखा पहाड़ के निचले हिस्से में सूरजपुर जिले का ग्राम पंचायत अजबनगर और रविंद्रनगर स्थित है। पिलखा पहाड़ में वन्य प्राणियों की मौजूदगी है।


अक्सर पहाड़ व जंगल से निकलकर वन्य प्राणी आबादी क्षेत्र की ओर आते हैं। इस इलाके में बहुतायत में भालू है जो खजूर और ताड़ का रस पीने के लिए अक्सर पहाड़ी से नीचे उतरते हैं। अजबनगर में बड़ा जलाशय भी है और नजदीक से रेलवे लाइन भी गुजरी है। प्राकृतिक रूप से सुंदर इस इलाके में नए साल के दौरान पिकनिक मनाने वाले लोगों की संख्या भी हर साल बढ़ती जा रही है लेकिन इनमें से कुछ ऐसे भी हैं जिनके असामाजिक और आपराधिक गतिविधियों के कारण आसपास रहने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।


मौज मस्ती के लिए युवाओं की आवाजाही भी यहां निर्बाध रूप से होती रही है। असामाजिक गतिविधियों के कारण बस्ती में रहने वाले लोगों के साथ वाद-विवाद भी आम बात हो गई। लगातार शराबखोरी की शिकायतें भी मिल रही हैं। माहौल बिगड़ने पर पंचायत के मुखिया ने पहल की। मौके पर 24 घंटे पुलिस की मौजूदगी संभव नहीं थी इसलिए पंचायत ने पुलिस अधिकारियों से संपर्क साधा। सभी के समन्वय से यह तय किया गया कि मुख्य मार्ग किनारे एक ऐसा बोर्ड लगा दिया जाए जिससे क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले ही लोगों को चेतावनी मिल जाए।


इस सूचना बोर्ड के लग जाने के बाद आने जाने वालों की संख्या कम हुई है। ग्राम पंचायत द्वारा माहौल खराब करने वाले लोगों को समझाइश भी दी जा रही है। पंचायत ने अब तय किया है कि लगातार समझाईश के बावजूद वातावरण दूषित करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस के सुपुर्द की जाएगी। 

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