चेन्नई। तमिल फिल्ममेकर विक्रम सुगुमारन का 2 जून, सोमवार को मदुरै से चेन्नई बस से यात्रा करते समय अचानक दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनकी उम्र मात्र 48 साल थी। उनके सहकर्मियों और दोस्तों ने सोशल मीडिया पर शोक जताया और श्रद्धांजलि दी। विक्रम तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले के परमकुडी से थे। अभिनय और फिल्ममेकिंग के जुनून से प्रेरित होकर वह फिल्म इंडस्ट्री में अपने सपनों को पूरा करने के लिए चेन्नई चले गए।

उनके शुरुआती करियर को महान फिल्ममेकर बालू महेंद्र ने संभाला, जहां विक्रम ने एक सहायक के रूप में काम किया और 1999-2000 के आसपास कई शॉर्ट फिल्मों में योगदान दिया। वह इस समय के दौरान ‘जूली गणपति’ जैसे प्रोजेक्ट्स में भी शामिल थे।
विक्रम सुगुमारन की मौत
एक एक्टर के तौर पर विक्रम सुगुमारन ने वेत्रिमारन के डायरेक्शन में बनी ‘पोलाधवन’ से अपनी शुरुआत की और बाद में शशिकुमार की साउथ फिल्म ‘कोडीवीरन’ में दिखाई दिए। हालांकि, उनका असली काम कैमरे के पीछे था, जहां उन्होंने 2013 में अपने निर्देशन की पहली फिल्म ‘माधा यानाइक कूटम’ से अपनी पहचान बनाई।
विक्रम की फिल्म को सराहना मिली
ग्रामीण पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म को गांव के जीवन के लिए सराहा गया, जिससे विक्रम को उनकी कहानी कहने की कला के लिए पहचान मिली। एक अंतराल के बाद, विक्रम ने 2023 में ‘रावण कोट्टम’ के साथ निर्देशन में वापसी की, जिसमें शांतनु, आनंदी, प्रभु और इलावरसु जैसे मजबूत कलाकार थे। उनकी आखिरी फिल्म ‘थेरम बोरम’ थी।
दोस्तों ने दी श्रद्धांजलि
विक्रम के अचानक चले जाने पर फिल्म इंडस्ट्री ने शोक जताया। एक्टर शांतनु ने सोशल मीडिया पर विक्रम के साथ अपनी यादें और तस्वीरें शेयर कीं, जिसमें उन्होंने अपना दुख जाहिर किया। उन्होंने लिखा, ‘#Rip प्यारे भाई @VikramSugumaran3 मैंने तुमसे बहुत कुछ सीखा है और हर पल को हमेशा संजो कर रखूंगा। बहुत जल्दी चले गए। आपको बहुत याद किया जाएगा #RIPVikramSugumaran।’ जस्टिन प्रभाकरन ने लिखा, ‘एक फिल्म निर्माता जिसने फ्रेम से परे सपने देखे, लेकिन हमें बहुत जल्दी छोड़ दिया। अनगिनत अनकही कहानियां छोड़कर चले गए। आपकी आत्मा को शांति मिले।’