April 28, 2024

MBA, M Tech, PhD… लाव-लश्कर ऐसा कि उड़ जाएं होश- जानें कौन है PMO का फर्जी ऑफिसर ?

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श्रीनगर । 6 फीट से ज्यादा हाइट, गजब का फिजिक, चेहरे पर अलग ही रौब, महंगा चश्मा और शानदार ड्रेसअप. अगर कोई देखे तो अंदाजा भी न लगा पाए ये फर्जी भी हो सकता है. इसी इमेज का फायदा उठाकर Z-Plus सिक्योरिटी और बुलेटप्रूफ SUV के साथ पूरे जम्मू-कश्मीर में मौज मस्ती की. यहां तक कि अधिकारियों के साथ बैठक की और घाटी के बारे में जानकारी हासिल की. ऐसा PMO के एक फेक ऑफिसर ने किया है. आखिरकार उसकी इस ठसक की भनक सीआईडी को लग गई और धरा गया. इसकी 10 दिन पहले गिरफ्तारी हुई, लेकिन मामला कोर्ट में पेशी के दौरान पुलिस कस्टडी में भेजे जाने के बाद सामने आया.

इस शातिर ठग का नाम किरण भाई पटेल है और गुजरात का रहने वाला है. इसने खुद को पीएमओ में अतिरिक्त निदेशक बताया और फर्जी पहचान पत्र बनवाया. जानकारी के अनुसार, यह पिछले साल अक्टूबर से कश्मीर घाटी का दौरा कर रहा है और अपना रौब झाड़ रहा था. यह नियंत्रण रेखा (एलओसी) के करीब उरी में कमान पोस्ट तक गया है और श्रीनगर में लाल चौक पर भी पहुंचा.

किरण भाई पटेल ने अपने ट्विटर हैंडल पर कश्मीर दौरे के कई वीडियो पोस्ट किए हैं, जिसमें भारी सुरक्षा के बीच यह घाटी में मौज-मस्ती करता देखा जा सकता है. यहां तक कि इस साल फरवरी में शानदार हुई बर्फबारी में वादियों का लुत्फ उठा रहा है. श्रीनगर के निशात पुलिस थाने में दर्ज FIR के मुताबिक, किरण पटेल इस पुलिस थाने के अधिकार क्षेत्र के साथ-साथ घाटी के अन्य हिस्सों में कई गतिविधियों में शामिल रहा है. उन्होंने गवर्नमेंट हॉस्पिटैलिटी जमकर आनंद उठाया है. उसे एक पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (पीएसओ) और एक लक्जरी होटल में कमरा दिया गया था.

पुलवामा के डिप्टी कमिश्नर बशीर उल हक और पुलिस अधीक्षक जुल्फकार आजाद से जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पूछताछ की कि यह ठग समय से क्यों नहीं पकड़ा गया? वहीं, गुजरात पुलिस की एक टीम भी जांच में शामिल हुई है और इसकी अबतक की सभी हरकतों को खंगाला जा रहा है. किरण पटेल का कश्मीर प्रेम उसके ट्विटर हैंडल से देखा जा सकता है. इसने इस साल 19 जनवरी को एक ट्वीट कर कहा, ‘2015 से जम्मू-कश्मीर के लोगों ने मेरे दिल में खास जगह बनाई है. यह जानकर खुशी हुई कि इस साल कश्मीर विधानसभा चुनाव से पहले मुझे बार-बार कश्मीर जाने की जरूरत है.’

ठग किरण पटेल ने अपने ट्विटर बायो में लिखा है कि वह कॉमनवेल्थ युनीवर्सिटी वर्जीनिया से पीएचडी है. इसके अलावा IIM त्रिची से एमबीए किया है. साथ ही साथ का कंप्यूटर साइंस में एम.टेक और बी.ई कंप्यूटर किया है. उसने खुद को थिंकर, स्ट्रैटेजिक, एनालिस्ट, कैंपेन मैनेजर बता रखा है. इतना पढ़ा-लिखा और काबिल बताने के बाद भला कौन उससे सवाल कर सकता है, लेकिन सीआईडी की पैनी नजर से बच नहीं पाया.

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