April 29, 2024

कांकेर : आजादी के 74 साल बाद अंतागढ़ में पहुंची ट्रेन, लोगों में दिखी खुशी की लहर

कांकेर।  आजादी के 74 साल बाद शुक्रवार को अंतागढ़ में पहली निरीक्षण ट्रेन पहुंची।  ट्रेन के अंतागढ़ रेलवे स्टेशन पहुंचते ही अंतागढ़वासियों ने इसका जोरदार स्वागत किया।  इसके साथ ही उन्होंने अपनी खुशी जाहिर करते हुए एक दूसरे को बधाईयां दी।  नक्सलगढ़ में ट्रेन की शुरुआत रेलवे के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।  


शुक्रवार सुबह साढ़े दस बजे 10 डिब्बों के साथ निरीक्षण ट्रेन का इंजन अंतागढ़ रेलवे स्टेशन पंहुचा।  ट्रेन के अंतागढ़ पहुंचने पर क्षेत्रवासियों में खुशी देखी गई।  ट्रेन की हॉर्न की आवाज से उत्साहित नगरवासियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से एक दूसरे को बधाई दी. इसके साथ ही मौके पर मौजूद लोगों ने ट्रेन के साथ सेल्फी भी ली. अब क्षेत्रवासियों को उस दिन का इंतजार है. जब यात्रियों के लिए ट्रेन का संचालन नियमित रूप से होगा। 

अंतागढ़ रेलवे स्टेशन पर तीन घंटे रुकने के बाद दोपहर 1:10 बजे निरीक्षण ट्रेन 110 की स्पीड में वापस लौटी. अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक निरीक्षण ट्रेन के साथ रेलवे ट्रैक, अन्य टेक्निकल मशीन, ट्रैक सिस्टम और ट्रेन की स्पीड की क्षमता आंकी गई है।    अधिकारियों ने दो से तीन महीने के अंदर नियमित यात्री ट्रेन सेवा शुरू होने की संभावना जताई है. निरीक्षण ट्रेन के साथ रेल्वे कमिश्नर एके राय, बीएसपी के सीजीएम समीर स्वरूप, मैनेजर सुधीर भाटिया सहित टेक्निकल स्टाफ अंतागढ़ पहुंचे थे। 


इससे पहले रावघाट परियोजना के अंतर्गत केवटी से अंतागढ़ तक रेल इंजन का सफल ट्रायल किया गया था. लॉकडाउन के कारण अंतागढ़ तक ट्रेन का ट्रायल रुका हुआ था, जो कि मार्च के महीने में ही होना था. रावघाट रेल परियोजना के तहत केवटी तक रेलवे लाइन का विस्तार एक साल पहले ही कर लिया गया था और यहां तक रोजाना ट्रेन पहुंच रही थी, लेकिन इसके आगे का निर्माण रेलवे के लिए बड़ी चुनौती था, क्योंकि इसके आगे का इलाका धुर नक्सल प्रभावित है. 30 जुलाई को रेल का इंजन रेलवे स्टेशन पहुंचा था. इंजन के रेलवे स्टेशन पहुंचने पर अंतागढ़वासियों ने कहा था कि जल्द ही अंतागढ़ में रेल सेवा शुरू होने से वह रायपुर से सीधे जुड़ सकेंगे। 

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