April 29, 2024

बालोद: पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू से मरी थीं मुर्गियां, अब संक्रमित फार्म के एक किमी दायरे में सभी मुर्गियों को मारा जाएगा

बालोद/रायपुर। छत्तीसगढ़ में बर्ड फ्लू महामारी ने भी दस्तक दे दिया है। बालोद जिले से 11 जनवरी को भेजे गए मुर्गियों के पांच नमूनों में बर्ड फ्लू के वायरस की पुष्टि हुई है। छत्तीसगढ़ में महामारी का यह पहला मामला है। इसके बाद पशुधन विभाग और स्वास्थ्य विभाग एलर्ट पर हैं। संबंधित पोल्ट्री फार्म के एक किलोमीटर के दायरे को संक्रमित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। अब उस क्षेत्र के पोल्ट्री फार्म में मौजूद मुर्गे-मुर्गियों को मारा जाएगा।

बालोद जिले के गिधौली गांव स्थित जीएस पोल्ट्री फार्म में 9,10 और 11 जनवरी को 274 मुर्गे-मुर्गियों की मौत हो गई। सूचना पर 11 जनवरी को पहुंची पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने पांच मुर्गियों से स्वाब के नमूने लेकर राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल की प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा। शेष मुर्गियों को गांव में ही सुरक्षित तरीके से दफना दिया गया। आज शाम भोपाल की प्रयोगशाला ने पांचों नमूनों में H-5 N-8 एविएन इनफ्लुएंजा वायरस की पुष्टि का पत्र भेजा है।

इस पत्र के बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। पशु चिकित्सा संचालक ने बताया, केंद्र सरकार द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार संक्रमित फार्म से एक किलोमीटर के दायरे को को संक्रमित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। वहां रैपिड रिस्पांस टीम संक्रमण को फैलने से रोकने के आवश्यक इंतजाम कर रही है। संक्रमित क्षेत्र में पोल्ट्री उत्पादों का आवागमन पूर्णतः प्रतिबंधित किया जा रहा है।

प्रशासन वहां लोगों और गाडियों की आवाजाही भी सीमित करने की कोशिश में है। पशु चिकित्सा अधिकारियों ने बताया, बालोद के जीएस पोल्ट्री फार्म गिधाली के एक किलोमीटर से 10 किलोमीटर के पूरे इलाके को निगरानी क्षेत्र घोषित किया जा रहा है। वहीं प्रदेश के दूसरे जिलों में निगरानी बढ़ा दी गई है।

पशु चिकित्सा विभाग के अपर संचालक डॉ. केके ध्रुव ने बताया, कल राज्य स्तरीय रैपिड रिस्पांस टीम के साथ वरिष्ठ अफसर भी बालोद जा रहे हैं। सघन सर्वेक्षण के बाद संक्रमित फार्म के एक किमी के दायरे में आने वाले पोल्ट्री फार्म के मुर्गे-मुर्गियों को खत्म किया जाएगा। वहीं 10 किमी तक के क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी जाएगी।

अपर संचालक डॉ. केके ध्रुव ने बताया, बालोद में बर्ड फ्लू के जिस स्ट्रेन की पुष्टि हुई है, वह H-5 N-8 एविएन इनफ्लुएंजा वायरस है। यह पक्षियों से इंसानों में नहीं फैलता। अभी तक ऐसा कोई मामला रिपोर्ट नहीं हुआ है। इससे अभी इंसानों को संक्रमण का कोई खतरा नहीं है।

प्रदेश भर में मुर्गे-मुर्गियों और पक्षियों के मरने की खबर आ रही है। दो दिन पहले रायपुर के पगारिया कॉम्प्लेक्स में कई कबूतर मरे हुए पाए गए। पशु चिकित्सा विभाग इनके स्वैब के नमूने लेकर भोपाल भेज रहा है। अभी तक 470 से अधिक नमूने भोपाल भेजे जा चुके हैं।

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