May 22, 2024

VIDEO- SECL कर्मी का स्वरचित गीत : लॉक डाउन है खुलने वाला, रख लो बात समझ के….लोगों को खूब उत्साहित कर रहा

रायपुर । छत्तीसगढ़ ही नहीं  देश में लाेगों के बीच यह चर्चा है कि लॉकडाउन अब जल्दी खत्म होने वाला है। इन्ही चर्चाओं के बीच सोशल मीडिया पर एक स्वरचित गाना काफी धूम मचा रहा है। यह गाना लॉकडाउन और बीमारी की वजह से निराशा के दौर से गुजर रहे लोगों के लिए आशा की नई किरण ला रहा है। इस गीत को एसईसीएल के कर्मचारी नितिन गुप्ता ने लिखा और गाया है। इस मधुर स्वर को काफी लोग सुन रहे हैं। 

बता दे कि इस समय पूरा देश कोरोनावायरस की महामारी से जूझ रहा है। राज्य सरकार व केंद्र सरकार कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए लोगों को लगातार जागरूक कर रही हैं। संक्रमण का प्रसार न हो इसके लिए देश में लॉक डाउन भी घोषित किया गया है। पिछले डेढ महीने से लोग घरों के अंदर हैं और काम भी बंद हैं। ऐसे में यह लोगों का मूड चेंज करने के लिए अच्छा प्रयास हैं। 

वैसे भी लॉक डाउन में अब थोडी छूट दी जा रही है, लेकिन बीमारी का खतरा अब भी टला नहीं है। लॉक डाउन और बीमारी के दौर में लोगों में निराशा का भाव भी जाग रहा है, इसके विपरीत कुछ लोग ऐसे भी हैं जो घर बैठे कुछ नया कार्य कर समय का अच्छा सदूपयोग कर रहे हैं। लॉक डाउन में गढी गई उनकी कलाकारी दूसरों को भी इस दौर से जूझने व उबरने के लिए ऊर्जा और प्रेरणा दे रही है। ऐसा ही प्रयास नितिन गुप्ता ने भी किया हैं। 

सूबे के कोरिया जिलान्तर्गत एसईसीइएल भटगांव क्षेत्र में कार्यरत नितिन गुप्ता एक अच्छे गायक भी हैं। इसके साथ ही वे गाने लिखते भी हैं। लॉक डाउन में निराशा के दौर से लोगों को बाहर लाने और उनमें बीमारी के प्रति जागरूकता लाने के मकसद से उन्होंने एक गीत तैयार किया है जो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। नितिन ने इससे पहले लॉक डाउन के दौरान काम कर रहे कोल श्रमिकों को प्रोत्साहित करने के लिए एक गीत तैयार किया था, जिसकी काफी सराहना हुई थी। अब उनका यह गीत भी लोगों को खूब भा रही हैं। 

नितिन गुप्ता ने जो गीत बनाए हैं उसके बोल हैं- लॉक डाउन है खुलने वाला, रख लो बात समझ के, अभी कोरोना रुका नहीं है कमर को रखो कस के, तभी जीतेंगे लड़ाई, तभी होगी सब की बढ़ाई। इस गीत को उन्होंने जोशीले संगीत के साथ पूरे उत्साह से गाया है। लोगों को यह गीत काफी पसंद आ रहा है। आप लोग भी लिंक पर जाकर गीत का आनंद लीजिये। 

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