सूरजपुर : महिला ने 3 स्वस्थ बच्चियों को दिया एक साथ जन्म
सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के प्रतापपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विशेष सरंक्षित कोड़ाकू जनजाति की महिला ने तीन स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दिया। चिकित्सकों की देखरेख में नर्सिंग स्टाफ ने सामान्य प्रसव कराया।बच्चों का वजन कम होने तथा मां में खून की कमी को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने जच्चा और बच्चों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल रिफर कर दिया है। प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए यह पहला अवसर था जब विशेष संरक्षित जनजाति की महिला ने बिना सर्जरी तीन स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया है। अस्पताल में सुविधा विस्तार और चिकित्सक कर्मचारियों के सेवा भाव से यह काम हो सका। अस्पताल प्रबंधन ने खुशियां भी मनाई।
प्रतापपुर विकासखंड के मझगवां गांव की अनिता कोडाकू पति देवशरण को प्रसव पीड़ा होने पर महतारी एक्स्प्रेस से आज सुबह 5 बजे प्रतापपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। अस्पताल में चिकित्सकों के मार्गदर्शन में स्टाफ नर्स हीरामणि कुजूर और ज्योत्सना सांडिल्य ने सामान्य प्रसव का प्रयास शुरू किया। इसमें सफलता भी मिली। प्रसूता ने एक साथ तीन स्वस्थ्य बच्चियों को जन्म दिया। प्रबन्धन के मुताबिक पहली बच्ची ने सुबह 8.50 बजे जन्म लिया। उसके 15 मिनट के बाद सुबह 9.05 बजे दूसरी बच्ची और दो मिनट बाद तीसरी बच्ची पैदा हुई।
यह खबर अस्पताल में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों के लिए भी कौतुहल का विषय बना रहा। तीनों बच्चियों का एक साथ जन्म होने की सूचना मिलते ही देखने लोगों का तांता लगने लगा। इनमें से एक बच्ची का वजन कम है। एक बच्ची 1.800 किलोग्राम, दूसरी बच्ची का 1.600 किलो तथा तीसरी बच्ची का वजन डेढ़ किलो है। जन्म के तत्काल बाद तीनों बच्चियों को वार्मर में रखा गया। मां में खून की कमी और बच्चियों के कम वजन को देखते हुए सभी को मेडिकल कॉलेज अस्पताल रिफर किया गया है।
प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए पहला अवसर था जब नार्मल डिलेवरी से महिला ने तीन स्वस्थ्य बच्चियों को जन्म दिया। नर्सिंग स्टाफ के साथ चिकित्सकों व कर्मचारियों ने कहा कि यह हम सबके लिए खुशी की बात है। कर्मचारियों ने इस सफलता पर खुशियां मनाई और नॉर्मल डिलेवरी कराने वाले स्टाफ नर्स को बधाई भी दी।
प्रतापपुर के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश श्रेष्ठ ने कहा कि एक साथ तीन बच्चियों का सामान्य प्रसव कराना आसान नहीं होता है। नर्सिंग स्टाफ व चिकित्सकों के प्रयास से यह सफल हुआ,इससे अस्पताल के प्रति जनता का विश्वास और बढ़ेगा। उन्होंने नर्सिंग स्टाफ को बधाई देते हुए कहा है कि हमारे शासकीय चिकित्सक और कर्मचारी हमेशा बेहतर करने का प्रयास करते हैं और आज हुई प्रसूति इसी का उदाहरण है।