May 19, 2024

संसदीय सचिव ने किया दावा, उत्तर प्रदेश में बिना कांग्रेस के नहीं बनेगी कोई सरकार

०० यूपी में भूखी गौमाता चर गई भाजपा की राजनीतिक फसल :  विकास उपाध्याय

रायपुर| कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और रायपुर पश्चिम से विधायक विकास उपाध्याय ने दावा किया है उत्तर प्रदेश में किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा। वहां बिना कांग्रेस के किसी की सरकार बनना संभव नहीं होगा। उपाध्याय ने कहा, उत्तर प्रदेश में सालों से भूखी-प्यासी गौमाता भाजपा की पूरी राजनीतिक फसल चर गई हैं।

रायपुर में प्रेस से बातचीत करते हुए संसदीय सचिव ने कहा, राहुल गांधी द्वारा लगातार मोदी सरकार के बीते सात सालों के कार्यकाल को लेकर उठाए गए बेरोजगारी और महंगाई का मुद्दा, राम मंदिर और काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के निर्माण पर भारी पड़ गया है। इसी बहाने भाजपा हर बार हिन्दू-मुस्लिम का ध्रुवीकरण कर चुनाव में लाभ लेने का कोशिश करती थी। विकास ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी को छुट्टा जानवरों की समस्या की तब याद आई जब भूखी-प्यासी गौमाता भाजपा की राजनीतिक फसल चर चुकी हैं। उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने इस तरह की योजना को दो साल पहले ही शुरू कर दिया है। जबकि उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में लोग छुट्टा जानवरों से बेहद परेशान हैं। साण्डों ने फसल नुकसान के साथ ही लोगों की जानें भी ली हैं। लोग रात-रात भर जागकर फसल की रखवाली में परेशान हैं। योगी सरकार ने गाय-बैलों को गौशालाओं में रखने की स्कीम चलाई, लेकिन वह योजना भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। छत्तीसगढ़ की योजना सफलता के साथ संचालित है। विकास उपाध्याय अभी असम कांग्रेस के सह प्रभारी भी हैं। उनको पंजाब चुनाव में जालंधर का ऑब्जर्वर बनाया गया था।विकास उपाध्याय ने कहा, नोटबंदी और लॉकडाउन से असंगठित क्षेत्र पूरी तरह से चौपट हो गया। इसके बाद सरकारी भर्तीयां ही रोजगार का सहारा थी। इसके बावजूद केन्द्र सरकार और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इन खाली पदों को भरने कोई रुचि नहीं दिखाई। उन्होंने कहा, यही वजह है कि पांच राज्यों में हो रहे चुनाव में भाजपा के कार्यकर्ता लोगों से मतदान कराने के प्रति उत्साहित नहीं हैं।विकास उपाध्याय ने कहा, भाजपा इस चुनाव में हिन्दू-मुस्लिम का ध्रुवीकरण पहले जैसे नहीं कर पाई है। राहुल गांधी ने भाजपा और मोदी के असल रूप को देश की जनता के सामने लाकर खड़ा कर दिया है। इसी के चलते अब राजनीतिक संगठन और सिविल सोसायटी के लोग भाजपा के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। लोगों को समझ आ गया है कि मोदी-शाह और मोदी-योगी की जोड़ी देश में लोकतंत्र और सामाजिक सद्भाव के लिए खतरा है।विकास उपाध्याय ने कहा, इस बार के चुनाव में भाजपा को राज्यों का ही नहीं बल्कि केन्द्र की सरकार के खिलाफ एन्टी इनकंबेंसी का सामना करना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी जिस तरह से अपने आप को भगवान का अवतार के रूप में देश के सामने रख रहे थे अब उनकी छवि अडानी-अंबानी जैसे पूंजीपतियों के समर्थक की ही रह गई है। देश के गरीबों-पिछडों को एहसास हो गया है कि मोदी कोई मसीहा नहीं है। न ही कोई गुजरात मॉडल का आकर्षण बचा है। यही वजह है कि भाजपा के बड़े नेताओं की सभाओं में भीड़ नहीं जुट रही है। यहां तक कि भाजपा के घोषित प्रत्याशियों को गांव में प्रचार भी नहीं करने दिया जा रहा है।

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