May 4, 2024

OMG : CG के इस आम की कीमत है 2.5 लाख रुपये!, एक फल का वजन 4-5 किलो, जानें इसके बारे में

जांजगीर चांपा। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के जांजगीर चांपा (Janjgir Champa) जिले का एक खास तरह के आम का फल लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. इसकी खासियत को सुनकर लोग भौचक्का रह जाते हैं. इस आम के एक फल का वजन 4 से 5 किलो तक होता है और इसकी कीमत विदेशों में करीब 2.5 लाख रुपये प्रति किलो तक है. जांजगीर चांपा के रहने वाले हीरा लाल कश्यप (Farmer Hira Lal Kashyap) ने इस खास तरह के आम को तैयार करने में खासा मेहनत की है.

अब इसे प्रकृति के प्रति प्रेम कहें या कुछ कर गुजरने का जुनून. रिटायरमेंट के बाद बिर्रा के हीरा लाल कश्यप ने अपने गांव लौटकर एक बाड़ी तैयार की और तब से उसी की सेवा में लगे रहते हैं. हीरा लाल ने अपनी इस बगिया में कई तरह के पेड़-पौधे तैयार किए.

खेती से संबंधित कार्यक्रम देखकर बाड़ को किया तैयार
जिले के बम्हनीडीह ब्लॉक के बिर्रा गांव में यहां के किसान हीरा लाल कश्यप दो एकड़ खेतिहर भूमि में पेड़-पौधे और औषधि लगाए हैं. इस बाड़ी में न केवल देशी फल-फूल लगे हैं, बल्कि विदेशी पेड़ की विभिन्न प्रजाति भी तैयार की जा रही हैं. जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. यहां कश्मीर के सेव की अलग-अलग प्रजाति के करीब 250 पेड़ फल-फूल रहे हैं, वहीं विदेशी आम की 80 से अधिक प्रजाति के पेड़ लगाए गए हैं. इसके अलावा विदेशी प्रजाति के अमरूद, केला, बेर, और अनानास के पेड़ भी लगाए गए हैं.

हीरा लाल बताते हैं कि महानदी कोल फील्ड ओड़िसा में इलेक्ट्रिकल फोर मैन के पद से रिटायर होने के बाद उन्होंने अपने बच्चों को व्यवस्थित करने के बाद गांव में खुद खेती-किसानी करने की तैयारी की. उन्होंने पारम्परिक खेती से हटकर कुछ नया करने का सोचा और यूट्यूब और टीवी के खेती-किसानी से संबंधिक कार्यक्रम देखकर पेड़-पौधे लगाने की तैयारी की. उन्होंने 3 साल पहले अपने खेत को नई मिट्टी से पाट दिया और कोलकाता, कश्मीर और हिमाचल जाकर वहां से सेव के कलम खरीद कर लाए. जिसे उन्होंने अपने बगिया में लगाया.

विदेश में लाखों की है कीमत
हीरा लाल कश्यप इस खास तरीके की खेती किसानी से उन्हें एक अलग पहचान मिली है. उनकी बाड़ी में लगे एक पेड़ के कलम की कीमत एक हजार रूपये से लेकर 5 हजार रूपये तक है. जिसका फल ढाई लाख रुपये किलो तक विदेशों में बिकता है. सबसे खास बात यह है कि हीरा लाल की बाड़ी में उपजे एक आम का वजन 4-5 किलो तक होता है. हीरा लाल अब अपनी इस बाड़ी में नर्सरी भी तैयार कर रहे हैं. यहां आने वाले लोगों को वे दो पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करते हुए पौधे भेंट करते हैं.

रासायनिक खाद का नहीं किया जाता प्रयोग
काफी जतन के बाद अब इस बगिया में सेव, आम और विदेशी फलों के पेड़ तैयार हो गये हैं और फूल लगना भी शुरू हो गये हैं. जिसमें हरिमन 99, समर एप्पल, गोल्ड़न डोरसेट, ट्रेपिकल स्वीट और अन्ना पेड़ शामिल हैं. कलम पेड़ लगाने के कारण इनकी ऊंचाई मात्र 3 फीट ही है, लेकिन इसका फूल किसी बड़े वृक्ष से कम नहीं है. इस पौधों में रासायनिक खाद का बिल्कुल भी प्रयोग नहीं किया गया है. इन्हें तैयार करने में गोबर खाद और जीवाश्म का उपयोग किया गया है. जिसके कारण फलों और साग-सब्जी पौष्टिकता से भरपूर रहते हैं.

मुख्य खबरे

error: Content is protected !!