April 28, 2024

OMG! छत्तीसगढ़ के इस नदी में मिली चार आंखों वाली दुर्लभ मछली, देखने के लिए जुट रही लोगों की भीड़…

जांजगीर चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर चाम्पा जिले में चार आंख वाली एक दुर्लभ मछली मिली है. मछली को पानी से भरे एक टब में रखा गया है. इस दुर्लभ मछली को देखने के लिए लोगों की भीड़ जुटी हुई है।

यह मछली बिर्रा के रहनेवाले कुणाल केवट के हाथ लगी है. कुणाल सुबह तकरीबन 11 बजे देवरानी मोड़ के पास जोखैया डबरी में मछली पकड़ने गए थे. इस दौरान उन्हें चार आंखों वाली यह दुर्लभ मछली मिली।

मछली की अतिरिक्त दो आंखें सिर से थोड़ी ऊपर हैं. इसके पंख एयरोप्लेन के आकार में हैं. देखने में यह मछली सुंदर भी दिख रही है. कुणाल को जैसे ही यह मछली मिली, वे उसे घर ले आए और पानी से भरे एक टब में रखा. जैसे ही यह खबर आसपास के लोगों को हुई, वे इस मछली को देखने के लिए कुणाल के घर पहुंचने लगे. इस मछली की बनावट व रंग सामान्य मछली से अलग है. यह मछली लोगों के बीच कौतूहल का विषय बनी है।

जंतु विज्ञान के सहायक प्राध्यापक अश्वनी केशरवानी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत बहुत ज्यादा है. यह तेजी से बढ़ने वाली श्रृंप है. इसका आकार बड़ा होने की वजह से यह मछली पालकों के लिए लाभदायी होती है. आम तौर पर इसकी तीन किस्में वाइल्ड, ब्लू टाइगर और ब्लैक टाइगर पाई जाती है. भारत में इन मछलियों का मिलना ठीक नहीं हैं और इनका असली घर भारत की नदियां नहीं हैं. इस मछली की 4 आंखें होती हैं, साथ ही इसमें एयरोप्लेन के आकार के पंख दिखाई पड़ते हैं।

मत्स्य विभाग के सहायक संचालक एसएस कंवर ने बताया कि इसका सामान्य नाम सकर माउथ कैट फीस है. वैज्ञानिक नाम हाईपोस्ट टोमस प्लेसोस टोमस है. यह मछली अमेजान स्मेल एक्जाटिक कैट फीस के नाम से भी जानी जाती है. यह मछली पानी की तलहटी में रहती है. जो दुर्लभ मछली है और अमेरिका के अमेजन नदी में पाई जाती है. यह खतरनाक नहीं है लेकिन इस मछली का तालाब या नदी में मिलना अच्छा नहीं है।

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