बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए अक्षय तृतीया के मौके पर कई जोड़े बैंड बाजा और बारात के बगैर ही परिणय सूत्र में बंध गए हैं।  इस बार शादियों में सबसे खास बात यह रही है कि इन्होंने मंगलसूत्र से ज्यादा जरूरी मास्क को सुरक्षा कवच समझा।  मेहमानों की गैरमौजूदगी में घर में ही शादी की रस्में अदा करते हुए सात फेरे लिए। 

दरअसल बिलासपुर जिले के सरकंडा की रहने वाले सब्यसाची और गरिमा की शादी अक्षय तृतीया के अवसर पर हुई है।  लॉकडाउन के कारण 15 रिश्तेदार ही प्रशासन की अनुमति के बाद शादी समारोह में शामिल हुए।  बाकी रिश्तदारों ने ऑनलाइन शादी में हिस्सा लिया और लेपटॉप के जरिये सभी ने शादी की ऑनलाइन रश्मे देखी और रस्मअदायगी की।  वहीं परिवार वाले लॉकडाउन के बाद पार्टी रिश्तेदारों को पार्टी देंगे। 

शादी के दौरान दुल्हें ने अपनी दुल्हन को मास्क पहनाया, जिसे उसने हंसकर स्वीकार कर लिया।  क्योंकि अभी सुरक्षित रहने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी मास्क ही है।  दोनों मास्क लगाकर ही शादी रस्मे अदा कर शादी के बंधन में बंध गए।  बता दें कि कोरोना वायरस के संकट के बीच यह अनूठी शादी संपन्न हुई है। 

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