April 25, 2024

चौंकाने वाला भंडाफोड़ : प्रैंक के नाम पर लड़कियों के प्राइवेट पार्ट टच करते थे लड़के, Video बनाकर कमाए दो करोड़

मुंबई। प्रैंक के नाम पर अश्लील वीडियो बनाकर यूट्यूब (prank videos Youtube) पर अपलोड कर उससे करोड़ों रुपये कमाने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया गया है. मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग फेसबुक और यूट्यूब पर अपना चैनल चला रहे थे. गिरफ्तार आरोपियों के एक का नाम मुकेश गुप्ता है जो ठाणे में क्लासेस चलाता है. एक अन्य आरोपी का नाम जीतू गुप्ता जो बीएचएमएस कर रहा है और सेकंड ईयर में है. वहीं तीसरे आरोपी का नाम नटखट प्रिंस जो है बीएमएम के सेकंड ईयर में है. 

मुकेश एक कोचिंग इंस्टिट्यूट भी चलाता है जिसमे 300 बच्चे पढ़ते है. मुंबई पुलिस के मुताबिक इस इंस्टिट्यूट के भी कई अंडर ऐज बच्चों का वीडियो के लिए इस्तेमाल किया गया है. कोविड काल में इसने 17 यूट्यूब चैनल्स पर करीब 300 से ज्यादा वीडियो बनाकर करीब 2 करोड़ की कमाई की है. 

ऐसे करते थे प्रैंक के नाम पर अश्लीलता 

यह गिरोह लड़कियों को एक्टिंग के नाम पर बुलाते थे और उन्हें एक्टिंग के लिए 500 से 1500 रुपये देते थे. इसके बाद ये लोग अश्लील वीडियो बनाने के लिए पब्लिक प्लेस जैसे कि बैंड स्टैंड, रॉक गार्डन, कार्टर रोड, अक्सा बीच, गिराई बीच और कई दूसरे बीएमसी के मैदानो में लेकर जाते थे.

वीडियो शूट करके उसे यूट्यूब, फेसबुक पर अपलोड कर देते थे. इनके वीडियोज के करीब 15 करोड़ व्यूज है. इनमें लड़की के प्राइवेट हिस्सों को बेहद गलत तरीके से छुआ जाता था. मुंबई पुलिस की जांच में पता चला कि इन वीडियो पर इन्हें लाखो व्यूज मिलते थे जिससे ये लोग यूट्यूब, फेसबुक, और प्राइवेट एडवरटाइजर के जरिए एक एक वीडियो पर लाखो रुपये भी कमाए है.

पुलिस के मुताबिक ये लोग बहुत ही संगठित तौर पर काम करते थे. इसमे एक आरोपी ने तो बाकायदा एक मैनेजर रखा है जो फिल्म लाइन से जुड़े हुए व्यक्ति से आर्टिस्ट मंगवाते थे और फिर उसे पूरा रोल बताया जाता था. लड़की को फिर अश्लील वीडियो बनाने के लिए तैयार किया जाता था, यह वीडियो ज्यादा से ज्यादा 10 से 15 मिनट का होता था.

पुलिस ने इस तरह के अश्लील चैनलो को भी बंद करवाया है. पुलिस को उम्मीद है कि इसी मामले में अभी कुछ ओर गिरफ्तारियां भी हो सकती है.

मुंबई पुलिस ने अपने बयान में कहा, “मुंबई पुलिस की साइबर क्राइम ने एक केस दर्ज किया है जिसमें कुछ लड़के फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल चलाते हैं जिसमें वे अश्लील वीडियो अपलोड करते हैं. ये कुछ लड़कियों को प्रैंक करने के लिए बुलाते हैं. मुंबई के सार्वजनिक जगहों पर 5-10 मिनट के इस वीडियो की शूटिंग की जाती है.”

पुलिस ने कहा कि इसमें गलत तरीके से लड़की के प्राइवेट पार्ट को टच किया जाता है. 3 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. इनके 17 यूट्यूब चैनल और कुछ फेसबुक पेज थे जो बंद करने के लिए साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने लिखा है. अनुमान है कि इन चैनल ऑपरेटर्स को इससे कम से कम 2 करोड़ की आमदनी हुई है.

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