May 8, 2024

CG – गन्दी बात करने वाला प्रोफेसर सस्पेंड : कॉलेज की छात्राएं अपनी जूनियर को देती थीं सलाह- अकेले मत मिलना

कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर स्थित इंदरू केंवट कन्या कॉलेज के प्रोफेसर आरपी टंडन को शासन ने संस्पेंड कर दिया है। प्रोफसर पर छात्राओं से अश्लील हरकतें करने का आरोप है। शिकायत मिलने पर प्रशासन की टीम पहुंची थी। जांच में पता चला कि यह सिलसिला सालों से चल रहा है, लेकिन किसी ने बोलने की हिम्मत नहीं की। कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राएं अपनी जूनियर को सलाह तक देती थीं, कि टंडन सर से सावधान रहना। उनसे अकेले में कभी मत मिलना। फिलहाल प्रोफेसर को अपर संचालक ने अटैच किया है।

कॉलेज की जांच टीम ने की खानापूर्ति
दरअसल, सारा मामला छह अप्रैल को सामने आया। कॉलेज की एक छात्रा जब प्राचार्य से प्रोफेसर रामायण प्रसाद टंडन की शिकायत करने के लिए पहुंची थी। आरोप है कि प्राचार्य ने भी एक्शन लेने की जगह दूसरे दिन लिखित आवेदन देने को कहा। प्राचार्य के गोलमोल जवाब से नाराज छात्राओं ने 10 अप्रैल को लिखित शिकायत भी की, लेकिन कार्रवाई पर भरोसा नहीं होने के चलते वो कलेक्टर के पास पहुंच गई। हालांकि कॉलेज प्रबंधन ने जांच टीम बनाई। आरोप है कि उसने भी जांच के नाम पर औपचारिकता मात्र की।

छात्राओं के साथ अतिथि शिक्षकों ने बयान किया दर्द
वहीं कलेक्टर को मिली शिकायत के बाद प्रशासन भी सक्रिय हुआ और उनकी जांच टीम कॉलेज पहुंच गई। वहां टीम को पता चला कि प्रोफेसर के कृत्य को छात्राएं सालों से सहती आ रही थीं। जांच के दौरान 30 से अधिक छात्राओं, स्टाफ, अतिथि शिक्षकों के बयान दर्ज किए गए। सभी ने प्रोफेसर के कृत्य को रोते हुए बयान किया। आरोप है कि छात्राओं के अलावा महिला अतिथि शिक्षकों के साथ भी प्रोफेसर ऐसी ही हरकतें करता था। प्रोफेसर रामायण प्रसाद टंडन को निलंबित कर दुर्ग अपर संचालक में अटैच कर दिया गया है।

हाथ पकड़ लिया करता था प्रोफेसर
जांच में खुलासा हुआ कि प्रोफेसर छात्राओं से अश्लील बातें करते, बैड टच भी करता था। छात्राओं को अकेले कॉलेज में बुलाता था। छात्राएं एक साथ आ जाती तो फटकार लगाता था। छात्राओं को होटल ले जाने तो कभी अपने घर बुलाता। आरोप है कि कभी छात्राओं से कहता मैं तुम्हारे घर आऊंगा। यही नहीं मौका देख छात्राओं के हाथ पकड़ लेता था। हाथ तब तक नहीं छोड़ता था जब तक छात्राएं झटक कर नहीं छुड़ातीं। बताया जा रहा है कि, प्रोफेसर की हरकतों की पहले भी शिकायत हुई, पर कॉलेज प्रबंधन ने कार्रवाई ही नहीं की।

error: Content is protected !!