May 19, 2024

Virat Kohli : कोहली ने हासिल किया है ‘विराट’ दर्जा, पिछले एक दशक में क्रिकेट के बने ‘किंग’

रायपुर। हजारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पे रोती है! बड़ी मुश्किल से होता है। चमन में दीदावर पैदा। अल्लामा इकबाल की ये लाइनें विराट कोहली की शख्सियत पर सही बैठती हैं। उन्होंने पिछले एक दशक में क्रिकेट के मैदान पर बल्लेबाजी से तमाम रिकॉर्ड्स ध्वस्त किए हैं। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से क्रिकेट की दुनिया में एक नई लकीर खींची है, जो किसी भी खिलाड़ी के लिए मैच कर पाना मुश्किल है। वह क्रिकेट के ऐसे शिखर पर पहुंच चुके हैं, जहां दूसरे खिलाड़ी सिर्फ पहुंचने का सपना देखते हैं। वह ऐसे क्रिकेटर बनकर सामने आए हैं, जिनसे प्रेरणा लेकर युवा खिलाड़ी क्रिकेटर बनने का सपना देखते हैं। वह करोड़ों युवा खिलाड़ियों के रोल मॉडल हैं। विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में हुआ था। वह आज 35 साल के हो गए हैं।

साल 2008 में किया था डेब्यू
विराट कोहली की गिनती क्रिकेट के महान खिलाड़ियों में होती है। आज वह अपनी बल्लेबाजी से क्रिकेट की दुनिया पर राज कर रहे हैं। उन्होंने राजकुमार शर्मा की कोचिंग में क्रिकेट का कहकरा सीखा। उनकी कप्तानी में ही भारत ने साल 2008 का अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था। इसके बाद उन्होंने टीम इंडिया के लिए वनडे में 18 अगस्त 2008 में डेब्यू किया। फिर बेहतरीन प्रदर्शन से उन्होंने टीम में जगह पक्की कर ली। उनके अच्छे खेल को देखते हुए ही उन्हें वनडे वर्ल्ड कप 2011 में जगह मिली। कोहली ने वर्ल्ड कप 2011 के अपने पहले मैच में ही बांग्लादेश के खिलाफ शतक जड़ा और इसी के साथ बड़े मंच पर उन्होंने दुनिया को अपने बल्ले की धमक दिखाई।

पिछले एक दशक में बने क्रिकेट के किंग
पिछले एक दशक में विराट कोहली टीम इंडिया के लिए सबसे बड़े सुपरस्टार बनकर उभरे हैं। टीम इंडिया किसी भी मुश्किल परिस्थिति में हो अगर कोहली क्रीज पर हैं तो फैंस को उम्मीद रहती है कि वह टीम को मैच जिता देंगे। मैदान पर उन्होंने अपने बल्ले से रनों की बरसात करके एक अलग छाप छोड़ी है। उन्होंने ऐसे कीर्तिमान बनाए हैं, जो हर क्रिकेटर अपने करियर में पाना चाहता है। ऐसा नहीं है कि वह युवराज सिंह की तरह छक्के लगाते हों या महेंद्र सिंह धोनी की तरह फिनिशर हों। उन्होंने तो क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में बल्लेबाजी की नई परिभाषा गढ़ी है। इसके अलावा उनकी फुर्ती मैदान पर देखते ही बनती है। उन्होंने फिटनेस में नया बेंचमार्क सेट किया है।

चेज करते हुए लगाए सबसे ज्यादा शतक
पूरे क्रिकेट जगत में टारगेट को चेज करते हुए उनका कोई सानी नहीं है। चाहें फिर टारगेट कितना भी बड़ा हो या कोई भी फॉर्मेट हो अगर कोहली का बल्ला का चला तो टीम इंडिया की जीत निश्चित है। टी20 वर्ल्ड कप 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय टीम को 18 गेंदों में 48 रनों की जरूरत थी, तब कोहली ने धुआंधार पारी खेलकर टीम इंडिया को रोमाचंक मुकाबले में जीत दिलाई थी। इसके अलावा वनडे क्रिकेट में कोहली ने टारगेट चेज करते हुए 27 शतक लगाए हैं, जिसमें से टीम इंडिया ने 23 बार जीत हासिल की है। चेज करते हुए बड़ी पारी खेलकर टीम इंडिया को जीत दिलाने की उनकी काबिलियत ने ही उन्हें ‘चेज मास्टर’ का नाम दिलाया। उनके ताज में रिकॉर्ड का हर नगीना मौजूद है। कोहली ही इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जो दिग्गज सचिन तेंदुलकर के पहाड़ जैसे रिकॉर्ड्स के बराबर पहुंचे हैं। सचिन ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 शतक लगाए। कोहली के नाम 78 शतक दर्ज हैं। कोहली के बाद एक्टिव प्लेयर्स में 48 शतकों के साथ डेविड वॉर्नर दूसरे नंबर पर मौजूद हैं। ऐसे में आप कोहली के विराट रूप का अंदाज लगा सकते हैं।

भारत के लिए सबसे सफल टेस्ट कैप्टन
महेंद्र सिंह धोनी ने साल 2014 में टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया था। इसके बाद विराट कोहली ने कप्तान की जिम्मेदारी संभाली थी। उनकी कप्तानी में भारत ने विदेशों में टेस्ट मैचों में कमाल का प्रदर्शन किया। धोनी से कप्तानी के गुर सीखकर उन्होंने टीम इंडिया को विदेशों में जीतना सिखाया। उन्होंने भारत के लिए 68 टेस्ट मैचों में कप्तानी की थी, जिसमें से भारत ने 40 जीते हैं। वह भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने वाले कप्तान हैं।

विराट कोहली शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। उन्होंने वनडे वर्ल्ड कप 2023 में अभी तक टीम इंडिया के लिए धमाकेदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने मौजूदा वर्ल्ड कप के 7 मैचों में भारत के लिए 442 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और चार अर्धशतक शामिल हैं। कोहली वनडे वर्ल्ड कप 2011 का खिताब जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे हैं। अभी वह 35 साल के हो चुके हैं और अगले वर्ल्ड कप तक उनकी उम्र 39 साल हो जाएगी। ऐसे में वह इस बार टीम इंडिया के साथ खिताब जीतना चाहेंगे। भारत के लिए सभी प्लेयर्स साल 2011 में सचिन के लिए ट्रॉफी जीतना चाहते थे। इस बार सचिन के रोल में विराट कोहली पहुंच चुके हैं।

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