May 5, 2024

कका का मास्टर स्ट्रोक : CM भूपेश ने कर्मचारी संगठनों को कर दिया दंग; सावन में बारिश से ज्यादा, सौगातों की हुई बौछार, मोर्चा ने कहा- आपका आभार मुख्यमंत्री जी

रायपुर। छत्तीसगढ़ के कर्मचारी गदगद हैं। सीएम भूपेश बघेल के मास्टर स्ट्रोक ने कर्मचारियों को जहाँ दंग कर दिया वहीँ विपक्ष भी चारों खाने चित्त हैं। राजधानी रायपुर में आज पूरे दिन सावन जमकर बरसा…और जब शाम बारिश थमी, तो मुख्यमंत्री ने सौगातों की बौछार कर दी। कर्मचारी, अतिथि शिक्षक, पटवारी, पुलिसकर्मी, मितानिन कौन था, जिसके लिए मुख्यमंत्री ने अपने पिटारे नहीं खोले हैं। कर्मचारी संगठन जिन मांगों को लेकर महीनों तक सरकार से मुंह फुलाये बैठा था, वो शाम होते ही ऐसे खुशनुमा पल में बदला, कि हर तरफ मुख्यमंत्री की तारीफों का तांता लग गया है। मुख्यमंत्री की सौगात के बीच अब ये सवाल उठने लगा है कि आखिरकार कर्मचारी संगठनों की 1 अगस्त से प्रस्तावित हड़ताल का क्या होगा ?

सूत्र बताते हैं कि गुरूवार की सुबह छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा मुख्यमंत्री का सम्मान करेगा। विधानसभा में सुबह 10-11 बजे मोर्चा के प्रांतीय प्रमुख मुख्यमंत्री का सम्मान करेंगे। खबर तो ये भी आ रही है कि उसी दौरान कर्मचारी संगठन अपने हड़ताल की समाप्ति की घोषणा भी कर दें। दरअसल ऐसा होना लाजिमी भी है, क्योंकि कर्मचारी संगठनों की मुख्य मांगें केंद्र के समान महंगाई भत्ता और सातवें वेतनमान के अनुरूप गृहभाड़ा भत्ता देने की ही थी, ऐसे में इन दोनों मांगों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूरा कर दिया है।

लिहाजा, आंदोलन की अब कोई वजह ही नहीं बची है। ऐसे में खबर यही मिल रही है कि कल मुख्यमंत्री के सम्मान के बाद कर्मचारी संगठनों की तरफ से आंदोलन समाप्ति का औपचारिक ऐलान कर दिया जाये। पिछले दिनों कर्मचारी संगठनों ने 7 जुलाई को प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन कर इस बात की चेतावनी दी थी, अगर उनकी मांगों पर तुरंत ही विचार नहीं किया गया, तो फिर 1 अगस्त से कर्मचारी पूर्ण तालाबंदी कर सड़क पर उतर जायेंगे। चूंकि 7 जुलाई का प्रदर्शन अभूतपूर्व रहा था, लिहाजा सरकार 1 अगस्त से हड़ताल के लिए कोई जोखिम नहीं लेना चाहती थी।

ऐसे में अनुपुरक में कर्मचारियों के लिए आधा दर्जन घोषणाएं करके मुख्यमंत्री ने कर्मचारी संवर्ग की सभी मांगों को एक साथ ही निपटारा करवा दिया। सदन में घोषणा हुई कि सरकारी कर्मचारियों को 4 प्रतिशत अतिरिक्त महंगाई भत्ता दिया जाएगा। शहरी क्षेत्र में 9 प्रतिशत तथा ग्रामीण क्षेत्र में 6 प्रतिशत गृह भाड़ा भत्ता सातवें वेतनमान के अनुसार एवं संविदा कर्मचारियों के वेतन में 27 प्रतिशत की वृद्धि कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री की घोषणा का छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा द्वारा दोनों हाथ उठाकर स्वागत किया गया है एवं मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया गया है। संयुक्त मोर्चा के नेतृत्वकर्ता कमल वर्मा, अनिल शुक्ला एवं महेन्द्र सिंह राजपूत ने कर्मचारी हितैषी निर्णयों पर खुशी जाहिर करते हुए शीघ्र ही मुख्यमंत्री से शेष मांगो पर चर्चा कर समाधान निकालने की बात कही है।

मांगों के पूरा होने पर संयुक्त मोर्चा के प्रवक्ताद्वय संजय तिवारी एवं चन्द्रशेखर तिवारी सहित संयुक्त मोर्चा समस्त घटक संघों के प्रांताध्यक्षों ने प्रसन्नता जताते हुए शासन के प्रति आभार प्रकट किया है। संयुक्त मोर्चा द्वारा कर्मचारियों की आवाज को बुलंद करते हुए 5 सूत्रीय मांगों का मांग पत्र द्वारा हड़ताल का नोटिस शासन को प्रेषित कर विगत 7 जुलाई को प्रदेशव्यापी हड़ताल की घोषणा की गई थी। उसी तारतम्य में एक दिन पूर्व 6 जुलाई को केबिनेट में 5 प्रतिशत महंगाई भत्ता की घोषणा की गई।

किंतु कर्मचारियों का आक्रोश 7 जुलाई की एक दिवसीय प्रांतव्यापी हड़ताल के रूप में दिखाई दिया। इसके पश्चात मोर्चा द्वारा पांचों मांगों की पूर्ति के लिए 31 जुलाई तक का अल्टीमेटम देकर 1 अगस्त से मंत्रालय, संचालनालय सहित प्रदेशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का आह्वान किया था। हड़ताल के परिप्रेक्ष्य में संयुक्त मोर्चा से घटक संगठनों की अतिशीघ्र बैठक रायपुर में आयोजित की जा रही है।

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