May 17, 2024

चांद पर ISRO की बड़ी सफलता, प्रज्ञान रोवर ने खोजा ऑक्सीजन, हाइड्रोजन की तलाश जारी

बेंगलुरू। चंद्रमा पर ऑक्सीजन की खोज हो गई है. जीवन के लिए सबसे जरूरी माने जाने वाले इस तत्व को हमारे प्रज्ञान रोवर ने चांद पर खोज निकाला है. इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने मंगलवार को बताया कि प्रज्ञान रोवर के जरिए चांद पर ऑक्सीजन मौजूद होने की पुष्टि हुई है. प्रज्ञान रोवर में लगे ‘लेजर-इंड्यूस्ड ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप’ (LIBS) डिवाइस के जरिए ऑक्सीजन खोजा गया. रोवर ने चांद के साउथ पोल के करीब सल्फर मौजूद होने की पुष्टि भी की है.

इसरो की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया कि चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर में लगे LIBS डिवाइस के जरिए साउथ पोल पर चांद की सतह की संरचना की पहली बार जांच की गई. इस दौरान साउथ पोल पर सल्फर (S) मौजूद होने की पुष्टि भी हुई है. इसरो ने कहा कि रोवर के स्पेक्ट्रोस्कोप ने उम्मीद के मुताबिक एल्यूमीनियम (A), कैल्शियम (C), आयरन (Fe), क्रोमियम (Cr), टाइटेनियम, मैंगनीज, सिलिकॉन और ऑक्सीजन का पता लगाया. फिलहाल हाइड्रोजन की खोज जारी है.

कैसे हुई ऑक्सीजन की खोज?
भारतीय स्पेस एजेंसी के बयान में कहा गया, LIBS एक साइंटिफिक टेक्निक है, जिसके जरिए किसी मटैरियल पर लेजर पल्स से टारगेट कर उसका विश्लेषण किया जाता है. जबरदस्त ऊर्जा वाली लेजर पल्स मटैरियल की सतह के एक हिस्से पर फोकस करती है. ये मटैरियल कोई चट्टान या मिट्टी भी हो सकती है. इस दौरान लेजर पल्स बहुत ज्यादा गर्म और प्लाज्मा पैदा करती है, जो मटैरियल की बनावट बनाती है.

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